समाज का इतिहास

समाज का इतिहास

रायपुर अग्रहरि वैश्य समाज

रायपुर अग्रहरि वैश्य समाज एक जीवंत और गतिशील सामुदायिक संगठन है, जो रायपुर में अग्रहरि वैश्य समुदाय के कल्याण, प्रगति, और एकता के लिए समर्पित है। समाज का उद्देश्य सामाजिक, सांस्कृतिक, और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है और एक ऐसा सहायक नेटवर्क बनाना है, जो अपने सदस्यों को उनकी पूरी क्षमता तक पहुँचने के लिए सशक्त करे। हमारे विभिन्न कार्यक्रमों और आयोजनों के माध्यम से समाज में एकता और सद्भाव बनाए रखा जाता है, साथ ही नई पीढ़ी को उनकी सांस्कृतिक परंपराओं से जोड़ने का प्रयास किया जाता है। रायपुर अग्रहरि वैश्य समाज अपने प्रत्येक सदस्य के लिए एक परिवार के रूप में खड़ा है, जहाँ सभी के कल्याण की चिंता और उसके लिए प्रयास किए जाते हैं।

स्थापना का इतिहास

रायपुर अग्रहरि वैश्य समाज की स्थापना सन् 1982 में बसंत पंचमी के दिन, स्वर्गीय शादीलाल गुप्ता (संचालक, सरस्वती आलू भंडार, गुढ़ियारी) के निवास स्थान पर कुछ सम्माननीय सदस्यों के कठिन प्रयासों से की गई थी। इसका उद्देश्य रायपुर समाज को संगठित करना था। इस कार्य में स्व. रामसेवक गुप्ता, स्व. दिनेशचंद गुप्ता (इंजीनियरिंग), और स्व. सुंदरलाल गुप्ता (रविनगर) ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।

कुछ वर्षों तक संगठन में गतिशीलता तब आई जब स्व. दिनेशचंद गुप्ता (रिटायर्ड डिप्टी कमिश्नर, आयकर) ने सभी का उत्साहवर्धन करते हुए "आनंद मेला" का आयोजन कराया। यह आयोजन श्री राधेश्याम गुप्ता और स्व. बाबूलाल जी अग्रहरि के नेतृत्व में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

श्री राधेश्याम गुप्ता, जो एक अधिवक्ता हैं, ने 30 वर्षों की अवधि में चार बार अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी निभाई। स्व. बाबूलाल जी गुप्ता के पश्चात्, श्री नरमचंद गुप्ता ने अपने अध्यक्षीय कार्यकाल में समाज को संगठित करने का प्रयास किया। इसके बाद न्यू शांति नगर निवासी स्व. देवेन्द्र कुमार गुप्ता अध्यक्ष पद पर आसीन हुए। समय बीतता गया और शहर के प्रतिष्ठित अधिवक्ता श्री शिवचंद गुप्ता ने अध्यक्ष पद संभाला। उनके पश्चात्, श्री जानकी प्रसाद गुप्ता को अध्यक्ष का कार्यभार सौंपा गया।

इसके पहले, श्री रामसहोदर गुप्ता, जो रायपुर अग्रहरि वैश्य समाज के सचिव थे, ने स्व. बाबूलाल जी गुप्ता के नेतृत्व में पहली बार सत्यनारायण धर्मशाला, स्टेशन रोड, रायपुर में एक भव्य परिचय सम्मेलन का आयोजन किया। इस सम्मेलन में विभिन्न राज्यों से आए अतिथियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

चौथी बार, 3 फरवरी 2018 को, श्री राधेश्याम गुप्ता (अधिवक्ता) चुनाव के पश्चात अध्यक्ष निर्वाचित हुए। उन्होंने अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए और समाज को संगठित करने का निरंतर प्रयास किया।

समाज के समक्ष चुनौतियाँ और अवसर

प्रिय स्वजातीय बंधुओं, हमारा समाज आज एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा है। एक ओर विकास का सुनहरा मार्ग है, जो प्रगति और समृद्धि की ओर ले जाता है। वर्तमान समय की आवश्यकता है कि हम मिलकर इस मार्ग पर आगे बढ़ें और समाज को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएँ।

यह कार्यकारिणी चुनाव, समाज संस्था को एक सशक्त और उज्ज्वल भविष्य की दिशा में ले जाने के लिए, प्रतिनिधियों का लोकतांत्रिक पद्धति से चयन करने का अवसर है। हम सभी समाज के बंधु एक ही वटवृक्ष की विभिन्न शाखाओं के फल-फूल हैं। हमारे बीच सौहार्दपूर्ण और रचनात्मक प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए, जिससे समाज का हर वर्ग और हर व्यक्ति प्रगति करे।

अन्य वैश्य जातियों की तरह, हमें भी एकता, सहयोग और सामूहिक प्रयास के माध्यम से अपने समाज को समृद्धि के शिखर तक पहुँचाना है। हमारा लक्ष्य है कि हर कदम, हर प्रयास हमें आगे बढ़ाए और समाज को मजबूत बनाए। आइए, एकजुट होकर समाज के उत्थान और उज्ज्वल भविष्य की दिशा में कार्य करें।

समाज के प्रति हमारा संकल्प

रायपुर अग्रहरि वैश्य समाज का संकल्प है कि हम समाज के हर सदस्य को समृद्धि, शिक्षा और सामाजिक सशक्तिकरण के अवसर प्रदान करें। हम सभी को एकजुट करके समाज की उन्नति में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारे प्रयासों का उद्देश्य समाज की एकता, विकास और समृद्धि को सुनिश्चित करना है, ताकि हम सभी मिलकर एक मजबूत और समृद्ध भविष्य बना सकें।

महिलाओं के सशक्तिकरण की आवश्यकता

आज तक समाज में महिलाओं को अपनी बात कहने का उचित मंच नहीं मिला। यह समय है कि हम महिलाओं में आत्मविश्वास जागृत करें, समाज के प्रति उनकी जागरूकता बढ़ाएँ, और संगठन में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करें। कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं को आगे बढ़ने और अपनी भूमिका निभाने का अवसर दिया जाए।

"एकता ही सहभागिता और समृद्धि का आधार"के सिद्धांत पर अग्रसर रहते हुए, उन्होंने समाज को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का प्रयास किया।

समाज हम सभी का है, और हम समाज से ऊपर नहीं हैं। समाज सर्वोच्च है। आइए, बंधुत्व और भाईचारा बढ़ाते हुए रायपुर अग्रहरि वैश्य समाज को नई बुलंदियों की ओर ले जाएँ।

जय अग्रहरि समाज!

उद्देश्य Mission

रायपुर अग्रहरि वैश्य समुदाय के जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाना हमारा उद्देश्य है । हम सामूहिक प्रयासों, आपसी सहयोग और समावेशी विकास के माध्यम से एक एकजुट और समृद्ध समुदाय बनाने का प्रयास करते हैं।

दृष्टि Vision

हमारा लक्ष्य एक अग्रणी सामुदायिक संगठन बनना है जो अग्रहरि वैश्य समुदाय को जीवन के सभी क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित और सशक्त बनाता है। हम एक ऐसे भविष्य की कल्पना करते हैं, जहाँ हमारे सदस्यों को समाज में उनके योगदान के लिए पहचाना जाता है, और जहाँ हमारे सांस्कृतिक मूल्यों और परंपराओं को संरक्षित और मनाया जाता है। निरंतर सुधार और नवाचार के माध्यम से, हमारा लक्ष्य भविष्य की पीढ़ियों के लिए उत्कृष्टता और एकता की विरासत बनाना है।

बुनियादी मूल्य

समावेशिता (Inclusivity)

हम एक समावेशी समाज बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जहाँ सभी सदस्यों को समान अवसर और अधिकार प्राप्त हों।

शिक्षा (Education)

हम शिक्षा को प्राथमिकता देते हैं क्योंकि ज्ञान सशक्त समाज की नींव है। हम सभी सदस्यों के लिए शैक्षिक अवसर प्रदान करते हैं।

स्वास्थ्य (Health)

हम स्वास्थ्य को एक महत्वपूर्ण मूल्य मानते हैं और समुदाय के कल्याण के लिए स्वास्थ्य संबंधी पहलों को प्राथमिकता देते हैं।

संस्कृति (Cultural Heritage)

हम अपनी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित और बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारे सांस्कृतिक कार्यक्रम समुदाय की एकता और पहचान को मजबूत करते हैं।

समर्पण (Commitment)

हम अपने समुदाय और सदस्यों के प्रति समर्पित हैं। हमारी हर पहल और कार्यक्रम समाज की बेहतरी के लिए कार्यरत हैं।

सहयोग (Collaboration)

हम मिलकर काम करने के महत्व को मानते हैं। सहयोग और सामंजस्य से हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं।

सामाजिक उत्तरदायित्व (Social Responsibility)

हम अपने समाज की जरूरतों के प्रति संवेदनशील हैं और समाज के विकास में योगदान देने के लिए तैयार हैं।

नैतिकता (Ethics)

हम नैतिकता और ईमानदारी के उच्चतम मानकों का पालन करते हैं, जो हमारे कार्यों और निर्णयों में परिलक्षित होता है।

पारदर्शिता (Transparency)

हम अपने सभी कार्यों में पारदर्शिता को प्राथमिकता देते हैं, जिससे सदस्यों का विश्वास बढ़ता है।

सकारात्मक बदलाव (Positive Change)

हम सकारात्मक बदलाव के लिए प्रयासरत हैं और समाज में सुधार लाने की दिशा में लगातार कार्य कर रहे हैं।